
रेशम उत्पादन में पोषी पादपों को उगाना, रेशमकीटों को पालना, धागाकरण, ऐंठन, बुनाई, एवं विभिन्न मूल्य वर्द्धित उत्पादों का विपणन एवं सेवाएँ सम्मिलित है ।शहतूत रेशमकीट की नई उपजातियों को विभिन्न कृषि जलवायु स्थितियों के अनुकूल बनाने तथा इसकी उत्पादकता, गुणवत्ता, लाभ, उत्पादों की संख्या आदि बढाने हेतु कार्यप्रणाली, पैकेज प्रणाली आदि विकसित करके पणधारियों को प्रदान किया जाना है ।